"माप"

 "माप"

"नाप रहे हो मेरे ज़िस्म के हर एक कोने को अपने हाथों के माप से क्या ढूँढ रहे हो पुराने इश्क को इस जिस्म के गलियारों में मिल जाये तो इत्तला करना मुझे भी मैं भी ढूँढ लूँगा अपने खोये हुये इश्क को"

            #Mukesh Namdev

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