"संभोग"

 "संभोग"

"जब जिस्म का जिस्म से मिलन होता है, तो प्रेम का प्रसंग शुरू होता है, तब जाकर संभोग से समाधि की ओर का चलन शुरू होता है,

बिखरे हुये केशो को फिर से संभला जाता है, नंगे बदन को फिर से ढका जाता है ,

बिस्तरों की सलवटो को फिर से संभला जाता है,और फिर से संभोग से समाधि की ओर का चलन शुरू होता है

जब जिस्म का जिस्म से मिलन होता है तो प्रेम का प्रसंग शुरू होता है"

                                 #Mukesh Namdev

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