"एक रोज"
"एक रोज" "एक रोज जब वो मुझसे मिलने आयेगा,क्या कहेगा वो मुझसे, क्या वफा की कसमें फिर से खायेगा,क्या गुजरे हुये पलों को फिर से लौटा पायेगा,और जो एक रोज हो जायेगा अकेला इस भीड़ में, क्या वो मुझ को उस भीड़ में ढूँढ पायेगा" #Mukesh Namdev
Poem, Article, Shayari, Indian mythology